मादा जनन तंत्र क्या है विस्तार पूर्वक समझिए? अथवा मां के शरीर में गर्भस्थ भ्रूण को पोषण किस प्रकार प्राप्त होता है ? (female reproductive system) Various info Studytoper

Ashok Nayak
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CLASS-10 SCIENCE NOTES IN HINDI

मादा जनन तंत्र क्या है विस्तार पूर्वक समझाइए?

Or

मां के शरीर में गर्भस्थ भ्रूण को पोषण किस प्रकार प्राप्त होता है ? 

Answer- मादा जनन कोशिका अथवा अंडकोष का का निर्माण अंडाशय में होता है वह कुछ हार्मोन भी उत्पादन करती है|

मादा जनन तंत्र के विभिन्न अंगों को पहचानिए-

लड़की के जन्म के समय अंडाशय में हजारों अपरिपक्व अड होते हैं योन आरंभ में इनमें से कुछ परिपक्व होने लगते हैं दो में से एक अंडा से द्वारा प्रत्येक माह एक अन्य परिपक्व होता हैं। महीन अडवाहिका का अथवा फैलोपियन ट्यूब द्वारा यह अंडकोष का गर्भाशय तक ले जाते हैं दोनों एंड वाहिकाएं संयुक्त होकर एक लचीली थैलेनुम संरचना का  निर्माण करती है, जिसे गर्भाशय कहते हैं गर्भाशय ग्रीवा द्वारा योनि में खुलता है,

मादा जनन तंत्र क्या है विस्तार पूर्वक समझिए?  Explain in detail what is the female reproductive system? maada janan tantr kya hai vistaar poorvak sama


मैंथुन के समय शुक्राणु योनि मार्ग में स्थापित होते हैं जहां से ऊपर की ओर यात्रा करके वे अंड वाहिका तक पहुंच जाते हैं जहां अंडकोष से मिल सकते हैं निषेचित अंडा विभाजित होकर कोशिकाओं के गेद जैसी संरचना या भ्रूण बनता है फूल गर्भाशय में स्थापित हो जाता है जहां या लगातार विभाजित होकर वृद्धि करता है तथा अंगों का विकास करता है हम पहले पढ़ चुके हैं कि मां का शरीर गर्भधारण एवं उसके विकास के लिए विशेष रूप से अनुकूलित होता है.

अतः गर्भाशय प्रतयेक भ्रूण को ग्रहण करने एवं उसके पोषण हेतु तैयार करता है इसकी आंतरिक परत मोटी होती जाती है तथा उनके पोषण हेतु रूधिर प्रभाव पड़ जाता है-

  • भ्रूण को मां के रूधिर से ही पोषण मिलता है ,इसके लिए एक विशेष संरचना होती है, जिससे प्लेसेंटा कहते हैं।
  • यह एक तश्तरी नुमा संरचना है, जो गर्भाशय की भक्ति में धंसी होती है।
  • इसमें भ्रूण की ओर से उत्तक में प्रवध होते हैं मां के ऊतकों में रक्त स्थान होते हैं जो प्रवर्तक ओ अच्छा दित करते हैं।
  • यह माँ से  भ्रूण को ग्लूकोज ,ऑक्सीजन एवं अन्य पदार्थों के स्थानांतरण हेतु एक वृहद क्षेत्र प्रदान करते हैं।
  • विकास सील द्वारा अपशिष्ट पदार्थ उत्पन्न होते हैं जिनका निपटान उन्हें प्लेसेंटा के माध्यम से मां के रुधिर स्थानांतरण द्वारा होता है।
  • मां के शरीर में गर्भ को विकसित होने में लगभग 9 माह का समय लगता है गर्भाशय की पेशियों के लिए बंद संकुचन से शिशु का जन्म होता है।

Final Words

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